विज्ञानक महिमा केर
पाबि क आशीष
बीज आई
अपने मूलक
गुलाम नहिं.
आशीष रहत जखन धरि
नव नव आविष्कारक
कियो नेन्ना किये पुनि
मै केर सम्मान करत
बाप केर आदर देत
जनकक आभार मानत
आई सौंसे भेट रहल अछि
किराया केर जमीन
विज्ञानक छत्रछाया रहत तं
कतहु भेट जैत जीवन
स्वाइते
संस्कारगत आदर्शक
क्षीणता क
मार्ग बनि गेल
विज्ञान
पाबि क आशीष
बीज आई
अपने मूलक
गुलाम नहिं.
आशीष रहत जखन धरि
नव नव आविष्कारक
कियो नेन्ना किये पुनि
मै केर सम्मान करत
बाप केर आदर देत
जनकक आभार मानत
आई सौंसे भेट रहल अछि
किराया केर जमीन
विज्ञानक छत्रछाया रहत तं
कतहु भेट जैत जीवन
स्वाइते
संस्कारगत आदर्शक
क्षीणता क
मार्ग बनि गेल
विज्ञान
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